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Friday, 5 February 2021

भगेहड़ वासियों का जन मंच के माध्यम से हल हुआ पेयजल का मामला

77 हजार लीटर का बना नया पानी का टैंक, 9 गांवों की 22 सौ आबादी को मिला लाभ

हिमाचल सरकार का जन मंच न केवल लोगों की समस्याओं को उनके घरद्वार निपटारा सुनिश्चित बना रहा है बल्कि जन मंच के माध्यम से ग्रामीणों की पेयजल, सडक़ इत्यादि जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी त्वरित निपटारा सुनिश्चित हो रहा है। पेयजल समस्या से जुड़ा ऐसा ही एक मामला मंडी जिला के जोगिन्दर नगर विधानसभा क्षेत्र की लडभड़ोल तहसील के अंतर्गत भगेहड़ वासियों ने लडभड़ोल में आयोजित जन मंच में प्रमुखता से उठाया था। जिसका नतीजा है कि अब न केवल भगेहड़ गांव बल्कि आसपास के 9 गांवों की लगभग 22 सौ आबादी की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हुआ है।
जब इस बारे भगेहड़ निवासी कैप्टन शेष राम से बातचीत की तो उनका कहना है कि भगेहड़ व आसपास के कई गांवों के लोगों को पेयजल की विकराल किल्लत का सामना करना पड़ रहा था। गर्मी के मौसम में यह समस्या कई गुणा बढ़ जाती थी तथा यहां के वाशिंदे बूंद-बूंद के लिए तरस जाते थे। उनका कहना है कि गांव में पेयजल सप्लाई के लिए लगभग 7 हजार लीटर का एक पुराना टैंक था जो न केवल नाकाफी था बल्कि इससे एक समय की समुचित पेयजल आपूर्ति भी सुनिश्चित नहीं हो पा रही थी। फिर इस मामले को स्थानीय ग्रामीणों ने जुलाई, 2019 में लडभड़ोल में आयोजित जन मंच में प्रमुखता से उठाया। जन मंच में मौजूद जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को समयबद्ध समस्या के स्थाई समाधान के मौके पर निर्देश दिए।
भगेहड़ पंचायत के नवनिर्वाचित उप-प्रधान रमेश चंद राठौर का कहना है कि जन मंच के माध्यम से आज भगेहड़ गांव की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हुआ है। भगेहड़ गांव में 77 हजार लीटर क्षमता वाला एक नया वाटर टैंक निर्मित हुआ है। इस टैंक के निर्मित हो जाने से भगेहड़ सहित आसपास के कसैड़ा, कसीरी, खालनू, बल्हड़ा, हटाण, ध्वाल, चणू व द्रोब गांवों की लगभग 22 सौ आबादी को लाभ मिला है। उन्होने पेयजल समस्या के हल के लिए प्रदेश के मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर, जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, स्थानीय सांसद राम स्वरूप शर्मा व विधायक प्रकाश राणा का आभार व्यक्त किया है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
जलशक्ति विभाग के सहायक अभियन्ता लडभड़ोल प्रदीप राठौर का कहना है कि भगेहड़ वासियों ने लडभड़ोल जन मंच के दौरान पेयजल समस्या का मामला रखा था। इसके बाद भगेहड़ में लगभग साढ़े आठ लाख रूपये की लागत से 77 हजार लीटर क्षमता का एक नया पेयजल टैंक निर्मित कर दिया गया है। इस टैंक से भगेहड़ सहित आसपास के 9 गांवों की लगभग 22 सौ आबादी लाभान्वित हुई है।
क्या कहते हैं विधायक :
जोगिन्दर नगर के विधायक प्रकाश राणा ने भगेहड़ सहित आसपास के गांवों की पेयजल समस्या का समाधान होने के लिए उन्हे बधाई दी। उनका कहना है कि जन मंच प्रदेश सरकार का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से सरकार सीधे लोगों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को न केवल सुना जाता है बल्कि प्राथमिकता के आधार पर हल भी किया जाता है। भगेहड़ में पेयजल समस्या का मामला भी लडभड़ोल जन मंच में लोगों ने प्रमुखता से उठाया था तथा इस वास्तविक मांग को देखते हुए जय राम ठाकुर सरकार ने इसे पूर्ण किया है जिसके लिए वे क्षेत्रवासियों की ओर से मुख्य मंत्री तथा जलशक्ति मंत्री का आभार व्यक्त करते हैं।
क्या कहते हैं सांसद :
मंडी से लोकसभा सांसद राम स्वरूप शर्मा का कहना है कि प्रदेश सरकार ने लोगों की समस्याओं को घरद्वार निपटारे को महत्वकांक्षी जन मंच की शुरूआत की है। इसके माध्यम से लोग सीधे सरकार से अपनी समस्याओं को न केवल रख पाते हैं बल्कि मौके पर ही समाधान भी मिलता है। उन्होने कहा कि कोरोना संकट के कारण जन मंच कुछ समय के जरूर रूका है लेकिन अब हालात सामान्य होने पर इसकी पुन: शुरूआत हो रही है तथा लोगों को फिर से जन मंच का लाभ मिलना शुरू होने जा रहा है। भगेहड़ वासियों की पेयजल समस्या का समाधान होने पर स्थानीय लोगों को बधाई भी दी।





Thursday, 17 December 2020

नई पंचायत गठन से अब भगेहड़ वासियों के विकास कार्यों को मिलेगी गति

मटरू व लडभड़ोल में आयोजित जन मंच में रखा था मामला, जय राम सरकार ने नई पंचायत का दिया तोहफा

जिला मंडी के उप मंडल जोगिन्दर नगर के अंतर्गत तहसील लडभड़ोल के दूर दराज क्षेत्र भगेहड़ को प्रदेश सरकार ने नई ग्राम पंचायत का तोहफा दिया है। अब इस क्षेत्र को अपनी पंचायत मिल जाने से जहां वर्षों से विकास की दृष्टि से पिछड़े इस क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी तो वहीं अब क्षेत्र वासियों को पंचायत से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए लंबा सफर भी तय नहीं करना पड़ेगा। भौगोलिक दृष्टि से अति दुर्गम यह क्षेत्र न केवल विभिन्न विकास कार्यों से कोसों दूर रहा है बल्कि छोटे-छोटे विकास कार्य करवाने को भी यहां के लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। लेकिन यहां के लिए अलग पंचायत बने इस मामले को क्षेत्रवासियों ने जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र के तहत मटरू व लडभड़ोल में आयोजित जन मंच में प्रदेश सरकार के समक्ष रखा, जिसका नतीजा है कि अब यहां के लोगों को जयराम ठाकुर सरकार ने नई पंचायत का तोहफा प्रदान किया है। सरकार के इस बेहतरीन तोहफे को लेकर यहां के क्षेत्रवासी न केवल बेहद खुश हैं बल्कि मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर का आभार भी जता रहे हैं।

जब पंचायत गठन को लेकर स्थानीय निवासी कैप्टन शेष राम से बातचीत की तो उनका कहना है कि यहां के लोगों की यह लंबे समय से अहम मांग रही है। स्थानीय लोगों ने क्षेत्र से जुड़े गांवों की एक समिति गठित कर मामले को मटरू व लडभड़ोल में आयोजित जन मंच में प्रमुखता से उठाया जिसका नतीजा है कि आज इस दूर दराज क्षेत्र भगेहड़ को नई पंचायत मिली है। उनका कहना है कि इससे पहले यहां के लोगों को पंचायत से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए पंचायत मुख्यालय दलेड पहुंचने के लिए लगभग 14 किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ता था, जिसके कारण न केवल ग्राम सभा में पहुंचने में दिक्कत होती थी बल्कि विभिन्न विकास कार्यों को स्वीकृति प्रदान करवाने में भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता था।

इसी तरह स्थानीय निवासी रमेश चंद राठौर से बातचीत की तो उनका भी कहना है कि दलेड पंचायत का हिस्सा रहे यहां के गांव भगेहड़, लंगेसर, सिलह व कवार वासियों की कई वर्षों से अलग पंचायत गठन की मांग रही है, जिसे प्रदेश की जय राम ठाकुर सरकार ने पूर्ण कर यहां के लोगों को बड़ी राहत प्रदान की है। सरकार के इस अहम निर्णय से अब यहां के लोगों को विकास कार्यों के लिए न केवल सुविधा होगी बल्कि विकास की गति भी बढ़ेगी। पंचायत गठन को लेकर स्थानीय निवासी मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर के साथ-साथ स्थानीय सांसद राम स्वरूप शर्मा व विधायक प्रकाश राणा का भी विशेष तौर पर अभार जता रहे हैं जिनके प्रयासों से ही इस क्षेत्र को यह बड़ा तोहफा नसीब हुआ है। 

नव गठित भगेहड़ पंचायत में होगें पांच वार्ड व 601 मतदाता

नव गठित भगेहड़ पंचायत में पांच गांवो जिसमें भगेहड़, कसैड़ा, लंगेसर, सिलह व कवार को शामिल किया गया है। जबकि पंचायत को पंाच वार्ड जिसमें भगेहड़-एक व दो, लंगेसर, सिलह व कवार में विभाजित किया गया है। वर्तमान में इस पंचायत में कुल 601 मतदाता हैं जिनमें 303 पुरूष तथा 298 महिलाएं शामिल है। मतदाताओं की संख्या  मतदाता सूची पुनरीक्षण के बाद बढऩे की संभावना है। वार्ड स्तर पर मतदाताओं की संख्या को देखें तो सिलह में 177, कवार में 100, लंगेसर में 39, भगेहड़-एक में 160 तथा भगेहड़-दो में 125 मतदाता हैं। नव गठित पंचायत वासियों ने पंचायत भवन निर्माण के लिए भूमि को भी चिन्हित कर लिया है तथा उम्मीद जताई की सरकार जल्द ही इसका शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू करेगी।

क्या कहते हैं विधायक :

जोगिन्दर नगर के विधायक प्रकाश राणा ने भगेहड़ वासियों को नई पंचायत गठित होने की बधाई देते हुए कहा कि इससे जहां इस दूर दराज क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी तो वहीं सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को घर-द्वार प्राप्त होगा। उनका कहना है कि जन मंच प्रदेश सरकार का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से सरकार सीधे लोगों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को न केवल सुना जाता है बल्कि प्राथमिकता के आधार पर हल भी किया जाता है। भगेहड़ पंचायत का मामला भी मटरू व लडभड़ोल जन मंच में लोगों ने प्रमुखता से उठाया था तथा इस वास्तविक मांग को देखते हुए जय राम ठाकुर सरकार ने इसे पूर्ण किया है जिसके लिए वे क्षेत्रवासियों की ओर से मुख्य मंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। 

क्या कहते हैं सांसद :

मंडी से लोकसभा सांसद राम स्वरूप शर्मा का कहना है कि प्रदेश सरकार ने इस बार लोगों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए नई पंचायतों का गठन किया है जिसके तहत ही जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र में भी तीन नई पंचायतें गठित हुई हैं जिसमें भगेहड़ भी शामिल है। उन्होने भी क्षेत्रवासियों को नई पंचायत गठन की बधाई दी है तथा कहा कि इससे इस दूर दराज क्षेत्र के लोगों की दिक्कतें न केवल कम होगी बल्कि विकास की गति को भी बल मिलेगा।







Friday, 13 July 2018

जन मंच कार्यक्रम बना आम आदमी की सशक्त आवाज

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक माह के पहले रविवार को जन मंच कार्यक्रम की शुरूआत की है। प्रदेश में अब तक सभी जिलों में दो-दो जन मंच कार्यक्रम सफलता पूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। प्रदेश भर में हजारों लोग अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के निपटारे के लिए जन मंच कार्यक्रमों में पहुंच रहे हैं। जन मंच में जहां लोग पेयजल, बिजली, सडक़, रास्तों व गलियों के निर्माण, गंदे पानी की निकासी, अवैध कब्जों, मकान बनाने एवं बीमारी के ईलाज इत्यादि के लिए आर्थिक सहायता, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड जैसे मामले उठा रहे हैं तो वहीं स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों, सरकारी कार्यालयों इत्यादि में रिक्त पदों एवं मूलभूत सुविधाओं का मामला भी रखा जा रहा है। कहने को तो ये लोगों की छोटी-छोटी समस्याएं हो सकती हैं लेकिन वास्तव में प्रदेश के गरीब, पिछडे तथा आम आदमी के लिए इन समस्याओं का समाधान उनके लिए सरकार की किसी बडी सौगात से कम नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में यदि ये समस्याएं सरकार के किसी बड़े मंत्री की उपस्थिति में बड़े अधिकारियों द्वारा मौके पर ही निपटा ली जाएं तो सच में गरीब व आम आदमी के लिए लोकतंत्र में सरकार होने का सपना एवं उसके मायने वास्तविकता के धरातल में साकार होते नजर आते हैं। 
प्रदेश के युवा एवं मिलनसार व्यक्तित्व के धनी मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर ने 26 मई को शिमला से जन मंच कार्यक्रम की शुरूआत की थी। इस कार्यक्रम को शुरू करने का प्रमुख उदेश्य भी जहां सरकार की पहुंच आम आदमी तक आसानी से ले जाना है तो वहीं लोगों के घर-द्वार के समीप समस्याओं का समयबद्ध व त्वरित निपटारा सुनिश्चित बनाना है। ऐसा भी नहीं है कि प्रदेश में इस तरह के प्रयास पहले नहीं हुए हैं। प्रदेश में समय-समय पर सत्तासीन रही सरकारों ने लोगों की समस्याओं का उनके घर-द्वार निपटारे के लिए कभी प्रशासन जनता के द्वार तो कभी सरकार आपके द्वार जैसे अनेक कार्यक्रम होते रहे हैं। लेकिन इन सबसे आगे बढक़र जन मंच एक ऐसा सरकारी कार्यक्रम आम आदमी की आवाज बनकर सामने आया है जिसमें न केवल जन मंच के दिन बल्कि उससे 15 दिन पहले तथा 10 दिन बाद तक भी समस्याओं का निपटारा सुनिश्चित बनाया जा रहा है। जन मंच एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे तीन स्तरों पर लागू किया जाता है। प्रत्येक माह के पहले रविवार को होने वाले जन मंच कार्यक्रम को प्रत्येक जिला के एक निर्धारित विधानसभा क्षेत्र के दूर-दराज एवं ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सहित कैबिनेट मंत्री द्वारा की जाती है। जन मंच में न तो मुख्यातिथि का हार व फूलों से स्वागत किया जाता है, न ही कोई उद्घाटन व शिलान्यास तथा न ही किसी नई योजना की शुरूआत।
यह कार्यक्रम पूरी तरह से आम आदमी की जन सुनवाई के लिए समर्पित है तथा जनता की समस्याओं का निपटारा तमाम बड़े अधिकारियों की उपस्थिति में सुनिश्चित बनाया जाता है। जन मंच से 15 दिन पूर्व संबंधित विधानसभा क्षेत्र की चिन्हित 10 पंचायतों में विभिन्न विभागों की कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को लेकर जहां व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है तो वहीं छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को योजनाओं के साथ जोड़ा भी जाता है। इसके अलावा सरकार द्वारा निर्धारित योजनाओं को लेकर चिन्हित 10 पंचायतों में शत प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति भी सुनिश्चित बनाई जाती है। साथ ही जन मंच के दौरान जिन समस्याओं पर संबंधित अधिकारियों द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत होती है उन्हे जन मंच के बाद 10 दिनों के भीतर हल करना होता है। इस तरह जन मंच के माध्यम से न केवल हमारे समाज के गरीब व आम आदमी की जन सुनवाई सुनिश्चित होती है बल्कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से पात्रों को जोड़ा भी जाता है। जन मंच कार्यक्रम की सबसे बडी बात यह है कि जन मंच के दिन कोई भी व्यक्ति भूखा व प्यासा न रहे इसके लिए सरकार ने भोजन व पानी की भी समुचित व्यवस्था की है। 
ऐसे में यदि प्रदेश में हुए पहले दो जन मंच कार्यक्रमों की बात करें तो पूरे प्रदेश में जहां लगभग आठ हजार से अधिक जन शिकायतों को लोगों ने जन मंच कार्यक्रम के माध्यम से सरकार के पास रखा है बल्कि अधिकत्तर का निपटारा भी समयबद्ध सुनिश्चित हुआ है। वास्तव में जन मंच आम आदमी की सशक्त आवाज बनकर सामने आया है तथा सरकार को इस कार्यक्रम की लगातार न केवल निगरानी की आवश्यकता होगी बल्कि समस्याओं के निपटारे को प्राथमिकता देते हुए गरीब व आम आदमी को पूरा अधिमान देना होगा। सरकार को इस बात पर ही गंभीरता से विश्लेषण करना होगा की आने वाले समय में प्रदेश के गरीब, पिछडे व आम आदमी की यह आवाज आंकड़ों के मायाजाल में उलझकर न रह जाए इस पर विभागीय अधिकारियों की जबावदेही सुनिश्चित बनानी होगी। जिस गति व लोकप्रियता के साथ आज जन मंच गरीब व आम आदमी की आवाज बना है निश्चित तौर पर भविष्य में सरकारी व राजनैतिक स्तर पर इसके परिणाम चौकाने वाले हो सकते हैं। 

(साभार: दैनिक आपका फैसला के अंक 12 जुलाई, 2018 के संपादकीय पृष्ठ में प्रकाशित)