चिंतपूर्णी विस क्षेत्र में 100 साल से अधिक के 20 वोटर
''जब वोट देने का अधिकार है तो सरकार बनाने में भागीदार तो ज़रूर बनूंगा।'' चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले धुसाड़ा गांव के 105 वर्षीय मतदाता धनी राम बड़े ही गर्व के साथ यह बात कहते हैं। शतायु धनी राम बताते हैं कि वह पहले चुनाव से ही वोट डालते आ रहे हैं, जब से देश आज़ाद हुआ और मत डालने का अधिकार मिला, तब से ही वह हर चुनाव में वोट डालते आ रहे हैं।टकारला की रहने वाली 108 वर्षीय ब्रह्मी देवी भी युवा मतदाताओं से अपना वोट डालने की अपील कर रही हैं। उनका कहना है कि उन्होंने पहले के चुनावों में भी कई बार मताधिकार का प्रयोग किया है और इस बार भी वह अवश्य वोट डालने जाएंगी। हालांकि अब उनका स्वास्थ्य उतना अच्छा नहीं रहता। चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के ही अंतर्गत आने वाले नंदग्राम के 109 वर्षीय लीखू राम ने भी मताधिकार के लिए कमर कस ली है। उनका कहना है कि 19 मई को इस बार लोकसभा के लिए वोट डाले जाएंगे और वह अपना वोट डालने हर हाल में जाएंगे। यही नहीं लीखू राम कहते हैं कि वह अपने परिवार को भी मतदान के लिए साथ लेकर जाएंगे। चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 20 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी आयु एक सौ वर्ष या उससे अधिक है। ऐसे में चुनाव आयोग सभी शतायु मतदाताओं को रोल मॉडल बनाने की तैयारी कर रहा है। ताकि इस बार चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ाया जा सके। इन बुजुर्ग वोटरों का जोश देखकर युवा मतदाता भी लोकतंत्र के इस महायज्ञ में अपनी-अपनी आहुति डालने के लिए मतदान केंद्र पर ज़रूर आएं।
शतायु मतदाताओं के बारे में जिला निर्वाचन अधिकारी व उपायुक्त ऊना राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि ऐसे सभी मतदाताओं को निर्वाचन विभाग की ओर से मतदान का निमंत्रण दिया जाएगा और इसके लिए बाकायदा कार्ड छापे जा रहे हैं। निर्वाचन विभाग के कर्मचारी स्वयं जाकर उन्हें निमंत्रण पत्र देंगे, ताकि वह लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित बना सकें।
उपायुक्त ने कहा कि कई बुजुर्ग ऐसे भी हैं, जो ज्यादा उम्र और कमजोरी की वजह से मतदान करने से गुरेज कर रहे हैं, लेकिन फिर भी निर्वाचन विभाग की कोशिश है कि उन्हें इस बार मतदान के लिए पोलिंग बूथ तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि नए मतदाताओं के पंजीकरण के लिए पूरे जिला में विशेष अभियान छेड़ा गया है, ऐसे में बुजुर्ग मतदाता बाकी सब के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकते हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि शतायु मतदाताओं को अगर किसी भी तरह की कोई परेशानी हो तो, वह तहसीलदार (निर्वाचन) या फिर टोल फ्री नंबर 1950 संपर्क कर सकते हैं। उपायुक्त ने भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।