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Friday, 23 August 2019

मनरेगा के अंतर्गत चौंतड़ा ब्लॉक मेें साढ़े तीन करोड़ व्यय, 1.34 लाख मानव दिवस अर्जित

गत वर्ष पौने नौ करोड़ रूपये हुए खर्च, 3.21 लाख मानव कार्य दिवस हुए अर्जित
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत चौंतड़ा विकास खंड में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान अब तक 1 लाख 34 हजार 411 मानव कार्य दिवस अर्जित कर 3.40 करोड़ रूपये व्यय हो चुके हैं। इस अवधि में तीन कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है जबकि 706 विकास कार्य प्रगति पर हैं।
चौंतड़ा विकास खंड में कुल 19 हजार 338 जॉब कार्ड जारी किये गए हैं जिनमें से 11 हजार 136 क्रियाशील हैं जबकि 6032 जॉब कार्ड धारकों ने काम की मांग की है। चालू वित्तीय वर्ष के दौरान कुल 3 लाख 9 हजार 688 मानव दिवस अर्जित करने के निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले अब तक 1 लाख 34 हजार 411 कार्य दिवस अर्जित कर लिए गए हैं। इसी अवधि के दौरान ग्राम पंचायत कोलंग ने 11, 219 मानव दिवस अर्जित कर कुल 25.49 लाख रूपये, भडियाड़ा पंचायत ने 9421 मानव दिवस अर्जित कर 19.18 लाख, 7494 मानव दिवस अर्जित कर भडियाड़ा बूहला पंचायत ने 17 लाख जबकि 6166 मानव दिवस अर्जित कर लांगणा पंचायत ने 12.05 लाख रूपये का बजट खर्च कर लिया है। इसके अतिरिक्त अब तक कुल 34 लोगों ने एक सौ दिन का कार्य पूर्ण कर लिया है। 
वर्ष 2018-19 की बात करें तो चौंतड़ा विकास खंड में कुल 8.74 करोड़ रूपये मनरेगा के अंतर्गत व्यय किए गए। इस अवधि के दौरान 907 विकास कार्यों को पूर्ण किया गया जबकि 860 कार्य प्रगति पर रहे। इस दौरान निर्धारित लक्ष्य 2 लाख 11 हजार 630 मानव दिवस अर्जित करने के मुकाबले 3 लाख 21 हजार, 164 मानव दिवस अर्जित किये गए, जो निर्धारित लक्ष्य से डेढ़ गुणा अधिक रहा। इसी अवधि के दौरान ग्राम पंचायत कोलंग ने कुल 20 हजार 824 मानव दिवस अर्जित कर 65.35 लाख व्यय कर पूरे ब्लॉक में पहला स्थान, लांगणा पंचायत ने 15 हजार 894 मानव दिवस अर्जित कर कुल 37.51 लाख रूपये व्यय कर दूसरा जबकि पिपली पंचायत ने 23 हजार 897 मानव दिवस अर्जित कर कुल 48.87 लाख रूपये व्यय कर तीसरे स्थान पर रही। इस अवधि के दौरान चौंतड़ा विकास खंड में कुल 554 लोगों ने एक सौ दिन का कार्य पूर्ण किया है।  
पंचायत प्रधान कोलंग देश राज का कहना है कि गत वित्तीय वर्ष के दौरान कोलंग पंचायत पूरे चौंतड़ा विकास खंड में अव्वल रही। इस दौरान पंचायत में लगभग साढ़े तीन लाख रूपये की लागत से पुली का निर्माण, तीन लाख रूपये की लागत से दो सिंचाई कूहलों का निर्माण, विभिन्न बस्तियों के लिए साढ़े पांच लाख रूपये की लागत से 6 पक्के रास्तों का निर्माण, 6 लाख रूपये की लागत से क्रेटवॉल, लगभग 6 लाख रूपये की लागत से 3 संपर्क मार्गों का निर्माण, 9 लाख रूपये की लागत से तीन चैक डैम का निर्माण, 4 लाख रूपये की लागत से भूमि विकास के कार्य इत्यादि किये गए हैं। उनका कहना है कि मनरेगा के माध्यम से जहां ग्रामीण विकास सुनिश्चित हुआ है तो वहीं स्थानीय लोगों को घर-द्वार रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हुए हैं। इसी तरह भडियाड़ा और लांगणा पंचायतों में भी पक्के रास्तों, भूमि विकास, चैक डैम इत्यादि के विभिन्न विकास कार्यों को किया पूरा किया गया है। 
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी चौंतड़ा राजेश्वर भाटिया का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में अब तक मनरेगा के तहत लगभग साढ़े तीन करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि व्यय की जा चुकी है जबकि गत वित्तीय वर्ष में लगभग पौने नौ करोड़ रूपये व्यय हुए हैं। उन्होने बताया कि शत प्रतिशत कार्यशील मनरेगा वर्कर्ज को आधार कार्ड से जोड़ दिया गया है। मनरेगा बजट खर्च करने में गत वित्तीय वर्ष में पहले तीन स्थानों पर रही ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहित करने के लिए स्मृति चिन्ह प्रदान कर पुरस्कृत भी किया गया है।




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