पत्रकारिता के क्षेत्र में तय किये हैं 50 वर्ष, देखे हैं हिमाचल प्रदेश के कई उतार चढ़ाव
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के जोगिन्दर नगर निवासी 82 वर्षीय रमेश बंटा हिमाचल प्रदेश के पहले वेटरन जर्नलिस्ट हैं, जिन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में 50 वर्ष का लंबा सफर तय किया है। रमेश बंटा ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उस दौर में कार्य किया है जब समाचारों को प्रेषण करने की केवल नाम मात्र सुविधाएं हुआ करती थीं। बावजूद इसके रमेश बंटा ने न केवल जनहित से जुड़े कई मुद्दों को प्रमुखता से उठाया बल्कि संबंधित सरकारों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए समाज हित में कई अहम फैसले लेते हुए महत्वपूर्ण कदम भी उठाए।
रमेश बंटा का जन्म 6 अगस्त, 1942 को जोगिन्दर नगर कस्बे से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव हरा बाग में हुआ। इसके बाद इनका परिवार जोगिन्दर नगर आ गया तथा यहीं पर वर्तमान में इनका कारोबार भी है। रमेश बंटा वर्ष 1963-64 में उस वक्त पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ गए जब वे कॉलेज की शिक्षा ग्रहण करने डीएवी जालंधर गए थे। इस दौरान वे जालंधर में पंजाब केसरी समाचार पत्र से जुड़े कई लोगों के संपर्क में आए तथा 13 जून, 1965 को पंजाब केसरी के पहले प्रकाशन में भी शामिल रहे। इसके उपरांत वे पंजाब केसरी समाचार पत्र से जुड़ गए तथा वर्तमान समय तक वे पंजाब केसरी समाचार पत्र से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने वीर प्रताप, हिंदी मिलाप जैसे समाचार पत्रों के लिए भी समय-समय पर लेखन करते रहे। उन्होंने शिमला से निकलने वाले समाचार पत्र हिमालय टाईम्स के साथ भी कार्य किया। पत्रकारिता क्षेत्र में 50 वर्ष का सफर पूरा कर चुके रमेश बंटा हिमाचल प्रदेश के प्रथम वेटरन जर्नलिस्ट भी हैं तथा वर्ष 2012 में यह दर्जा प्रदान किया है। इसके अलावा वे पंजाब केसरी समाचार पत्र के वर्ष 1965 से सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकार भी हैं।