हिमधारा
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥ (श्रीमद् भगवद्गीता)
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सामाजिक पीड़ा
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Tuesday, 7 September 2021
जीवन की पीड़ा से ज्यादा दुखदायी होती है,समाज की दी हुई पीड़ा
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(सच्ची घटना पर आधारित सामाजिक प्रेरक प्रसंग) जीवन कई खटटे मीठे अनुभवों की खान होती है। ऐसे अनुभव न केवल हमें जीवन के वास्तविक...
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