Tuesday, 6 February 2024

युवाओं के प्रेरणास्त्रोत व मार्गदर्शक, एथेलेटिक्स कोच गोपाल ठाकुर

16 जुलाई, 1963 को पैदा हुए एथेलेटिक्स कोच गोपाल ठाकुर मूलत: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के उपमंडल जोगिन्दर नगर की ग्राम पंचायत खद्दर के गांव मगयाल निवासी हैं। वर्ष 2005 में हिमाचल प्रदेश सरकार के युवा सेवा एवं खेल विभाग में बतौर कोच नियुक्त होने से पहले वे भारतीय सेना में कार्यरत रहे। वर्ष 1982 में दसवीं परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद गोपाल ठाकुर भारतीय सेना में शामिल हुए। भारतीय सेना की 60 हैवी आर्टलरी रैजिमेंट में शामिल होने पर इन्होंने 1983 में जालंधर कैंट में अपनी उपस्थिति दी।
सेना में देश सेवा करते हुए गोपाल ठाकुर ने भारतीय सेना द्वारा समय-समय पर चलाए गए विभिन्न ऑपरेशन में भी सक्रिया भूमिका निभाई। जिसमें वर्ष 1984 का ऑपरेशन ब्लू स्टार, वर्ष 1987 में मालदीव तथा श्रीलंका में चलाए ऑपरेशन शामिल हैं। इसके साथ-साथ इन्होंने वर्ष 1992-93 में दुनिया का सबसे खतरनाक युद्ध क्षेत्र सियाचिन गलेश्यिर में भी अपनी सेवाएं देश को प्रदान की हैं। इसी बीच सेना में रहते हुए गोपाल ठाकुर नियमित तौर पर विभिन्न खेल स्पर्धाओं में शामिल होते रहे तथा खेल के क्षेत्र में भी बेहतर प्रदर्शन किया। इसी दौरान वर्ष 1992 में एथेलेटिक्स के क्षेत्र में बंगलुरू से एक वर्ष का एनआईएस डिप्लोमा हासिल किया। इसी बीच पढ़ाई को भी जारी रखते हुए गोपाल ठाकुर ने बीए, सीपीएड, बीपीएड, एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की शिक्षा हासिल की।
गोपाल ठाकुर वर्ष 2001 में भारतीय सेना से सेवानिवृत होने के बाद गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म महाविद्यालय बैजनाथ में पहले नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना शुरू किया। इसके बाद वर्ष 2002 में कॉलेज ने इन्हें बतौर कोच तैनाती प्रदान की। इस दौरान बेहतर प्रदर्शन करते हुए उनके मार्गदर्शन में कई खिलाडिय़ों ने इंटर युनिवर्सिटी टूर्नामेंट में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर अच्छे परिणाम दिये। इसके बाद वर्ष 2005 में हिमाचल प्रदेश सरकार के युवा सेवा एवं खेल विभाग में बतौर कोच तैनाती हुई। तीन वर्ष तक कुल्लू में बतौर कोच सेवाएं प्रदान करने के उपरांत वर्ष 2008 में परम श्रेष्ठ एथेलेटिक्स प्रशिक्षण केंद्र जोगिन्दर नगर में कार्य प्रारंभ किया। गोपाल ठाकुर के मार्गदर्शन में कई खिलाडिय़ों ने एथेलेटिक्स के क्षेत्र में राज्य व राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किये। वर्तमान में इन्ही के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित खिलाड़ी सावन बरवाल ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की एथेलेटिक्स प्रतियोगिताओं ने विभिन्न पदक हासिल कर प्रदेश व क्षेत्र का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। साथ ही गोपाल ठाकुर के ही मार्गदर्शन में लगभग 2 हजार से अधिक युवा भारतीय सेना सहित अन्य अर्धसैन्य बलों में कार्यरत हैं तथा देश सेवा के साथ-साथ खेल में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त खेल कोटे के तहत कई खिलाड़ी प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चयनित होकर खेल के साथ-साथ सरकारी सेवा में कार्यरत हैं।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान सामाजिक क्षेत्र में भी बेहतरीन कार्य करते हुए जहां इस दौरान कोविड ग्रस्त 10 लोगों का अपने वालंटियर के साथ अंतिम संस्कार करवाया तो वहीं सेनेटाइजेशन कैंपेन से जुड़ते हुए लगभग 400 खिलाडिय़ों ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों में अपना अहम योगदान दिया। कोविड के दौरान किये गए उनके इन प्रयासों को सराहते हुए प्रदेश के महामहिम राज्यपाल ने उन्हें प्रशस्ति देकर प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा युवा विकास, आपदा प्रबंधन, नशा निवारण, सडक़ सुरक्षा, पर्यावरण इत्यादि से जुड़े विभिन्न कार्यों में भी लगातार अपना योगदान प्रदान करते रहते हैं।
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