Wednesday, 15 July 2020

जोगिन्दर नगर वन मंडल में मानसून के दौरान 104 हैक्टेयर क्षेत्र में रोपे जाएंगे वन

इस वर्ष मानसून मौसम के दौरान 55 हजार नए पौधे रोपने का रखा है लक्ष्य
हरित आवरण को बढ़ाने तथा नए पौधे लगाने के दृष्टिगत इस वर्ष मानूसन मौसम के दौरान जोगिन्दर नगर वन मंडल में लगभग 104 हैक्टेयर क्षेत्रफल में पौध रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी विशेष पौध रोपण अभियान के अंतर्गत पूरे वन मंडल में लगभग 104 हैक्टेयर क्षेत्रफल में 55 हजार 250 पौधे रोपित किये जाएंगे जिन पर लगभग 57 लाख रूपये की राशि व्यय की जाएगी। मानसून मौसम के दौरान चलने वाले इस विशेष पौध रोपण अभियान के तहत पूरे वन मंडल की सभी 6 वन रेंज जिनमें धर्मपुर, कमलाह, लडभड़ोल, जोगिन्दर नगर, उरला व बीटन वन रेंज शामिल है में पौध रोपण किया जा रहा है। पौध रोपण के दौरान कायल, देवदार, दाडू, शीशम, बेहड़ा, आंवला, हरड़, चील इत्यादि पौधे संबंधित वन रेंज की जलवायु के आधार पर रोपित किए जा रहे हैं।
इसके अलावा प्रदेश सरकार की विद्यार्थी वन मित्र योजना के माध्यम से स्कूली बच्चों को वन व पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने तथा वनों से जोडऩे के लिए चयनित वन क्षेत्र में भी स्कूली बच्चों के माध्यम से पौध रोपण के साथ-साथ इनकी देखभाल भी सुनिश्चित बनाई जा रही है। जोगिन्दर नगर वन मंडल के अधीन वर्ष 2019-20 के दौरान चार सरकारी स्कूलों जिनमें राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डोहग, नौहली, हयूण पैहड़ तथा लोपास स्कूलों के माध्यम से क्रमश:आधा-आधा हैक्टेयर वन भूमि में पोधरोपण किया गया था। इस बीच चिन्हित की गई भूमि की बाड़बंदी तथा पौधे वन विभाग द्वारा मुहैया करवाए गए तथा पौध रोपण के साथ-साथ इनकी देखभाल का जिम्मा संबंधित स्कूल के बच्चों को दिया गया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान भी इस योजना के माध्यम से तीन स्कूलों जिनमें लडभड़ोल रेंज के पंडोल, कमलाह रेज के घरवासड़ा तथा टिक्कन रेंज के सुधार स्कूल शामिल के माध्यम से चिन्हित लगभग डेढ़ हेक्टेयर वन भूमि में स्कूली बच्चों के माध्यम से पौध रोपण का लक्ष्य रखा गया है।
वर्तमान में जोगिन्दर नगर वन मंडल के अधीन कुल 25 हजार 775 हैक्टेयर क्षेत्रफल वनों के अधीन है जो कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 39 प्रतिशत है। जिनमें जोगिन्दर नगर वन रेंज के तहत 6999 हैक्टेयर, उरला वन रेंज के अंतर्गत 5669, लड-भड़ोल वन रेंज के तहत 3091, कमलाह वन रेंज के तहत 1818, धर्मपुर वन रेंज के तहत 2172 जबकि टिक्कन वन रेंज के अंतर्गत 6024 हैक्टेयर क्षेत्रफल शामिल है।
क्या कहते हैं अधिकारी
वन मंडलाधिकारी जोगिन्दर नगर राकेश कटोच का कहना है कि इस वर्ष मानसून मौसम के दौरान जोगिन्दर नगर वन मंडल में लगभग 104 हैक्टेयर क्षेत्रफल में लगभग 57 लाख रूपये की राशि व्यय कर 55 हजार 250 पौधे रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही विद्यार्थी वन मित्र योजना के माध्यम से स्कूली बच्चों को जोड़ते हुए तीन सरकारी स्कूलों के माध्यम से लगभग डेढ़ हेक्टेयर क्षेत्रफल में पौध रोपण करने का भी लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त एक बूटा बेटी के नाम योजना के माध्यम से भी पौध रोपण किया जाएगा। उन्होने बताया कि वर्तमान में जोगिन्दर नगर वन मंडल क्षेत्र में लगभग 39 प्रतिशत क्षेत्र वनों के अधीन है।
इसके अलावा वन विभाग के माध्यम से चलाई जा रही अन्य योजनाओं का भी बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित बनाया जा रहा है ताकि जहां हमारी अमूल्य वन संपदा सुरक्षित रखी जा सके तो वहीं पर्यावरण को भी बेहतर व साफ-सुथरा बनाए रखने को भी बल मिल सके। उनका कहना है कि यदि आज हमारे वन सुरक्षित रहेंगे तभी हमारा आने वाला कल भी सुरक्षित रहेगा। उन्होने ज्यादा से ज्यादा लोगों से मानसून मौसम के दौरान पौध रोपण करने का आहवान् करने के साथ वनों की सुरक्षा के लिए भी अपना सकारात्मक सहयोग प्रदान करने की अपील भी की है।


Saturday, 11 July 2020

जल शक्ति मंडल चौंतड़ा के लिए चालू वित्तीय वर्ष में 1.64 करोड़ का बजट जारी

चौंतड़ा में जल शक्ति मंडल खुलने से पेयजल व सिंचाई योजनाओं के कार्यान्वयन में आई है तेजी
जल शक्ति मंडल चौंतड़ा के लिए सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए अब तक 1.64 करोड़ रूपये का बजट जारी कर दिया है। जिसमें नाबार्ड के अंतर्गत पेयजल योजना के लिए 6.25 लाख जबकि सिंचाई योजनाओं के लिए 1.58 करोड़ रूपये का बजट शामिल है। इसके अतिरिक्त एससीएसपी कंपोनेंट के तहत पेयजल योजनाओं के लिए 1.09 करोड तथा सिंचाई योजना के लिए 8.63 लाख रूपये के बजट की मांग भी की गई है। इसके अलावा इस वर्ष 30 बस्तियों को पेयजल योजना तथा 130 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने का भी लक्ष्य रखा गया है।
जब इस बारे जल शक्ति मंडल चौंतड़ा के अधिशाषी अभियन्ता भारत भूषण गोयल से बातचीत की तो उनका कहना है कि इस मंडल के तहत अब तक 136 पेयजल जिसमें 24 उठाऊ व 112 ग्रेविटी स्कीम शामिल हैं जबकि 47 सिंचाई जिनमें 8 उठाऊ व 39 बहाव योजनाएं शामिल हैं को पूर्ण कर लिया गया है। जबकि 24 पेयजल जिनमें 21 उठाऊ व 3 ग्रेविटी तथा 12 सिंचाई जिनमें 4 उठाऊ तथा 8 बहाव सिंचाई योजनाएं शामिल हैं का कार्य प्रगति पर है। उन्होने बताया कि चौंतड़ा जल शक्ति मंडल के तहत अब तक कुल 636 हैंडपंप स्थापित किये जा चुके हैं जिनमें से 598 कार्यशील हैं।
चौंतड़ा जल शक्ति मंडल के अधीन शामिल हैं तीन उप-मंडल व 9 अनुभाग
चौंतड़ा जल शक्ति मंडल के अधीन जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र की 55 ग्राम पंचायतें व एक नगर परिषद् क्षेत्र शामिल है। जिसमें चौंतड़ा विकास खंड की 40 ग्राम पंचायतों के तहत 271 गांव व 604 बस्तियां तथा द्रंग विकास खंड की 15 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 85 गांवों व 219 बस्तियों को शामिल किया गया है। इस मंडल के अधीन तीन उप-मंडल जोगिन्दर नगर, चौंतड़ा तथा लडभड़ोल एवं 9 अनुभाग जोगिन्दर नगर, भराडू, मकरीड़ी, चौंतड़ा, चौंतड़-एक, रोपड़ी, लडभड़ोल, तुलाह व पंडोल कार्य कर रहे हैं।
क्या कहते हैं विधायक
जोगिन्दर नगर के विधायक प्रकाश राणा का कहना है कि जय राम ठाकुर सरकार ने जोगिन्दर नगर विधानसभा क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग जलशक्ति मंडल को खोलकर क्षेत्र वासियों को एक बड़ी सौगात दी है। चौंतड़ा में जलशक्ति मंडल खुल जाने से जहां जोगिन्दर नगर विस क्षेत्र में विभिन्न पेयजल व सिंचाई योजनाओं को कार्यान्वित करने में तेजी आई है तो वहीं क्षेत्रवासियों की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के साथ-साथ खेतों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। उन्होने चौंतड़ा में जलशक्ति मंडल कार्यालय खोलने के लिए मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर का जोगिन्दर नगर वासियों की ओर से विशेष तौर पर आभार व्यक्त किया है।